𝐖𝐡𝐢𝐜𝐡 𝐕𝐢𝐭𝐚𝐦𝐢𝐧𝐬 𝐃𝐨 𝐈 𝐍𝐞𝐞𝐝 𝐈𝐧 𝐏𝐫𝐞𝐠𝐧𝐚𝐧𝐜𝐲?

  • VITAMINS IN PREGNANCY

माँ बनने के पहले महीने से ही माँ अपना और अपने शिशु का ख्याल रखने लगती है। इसलिए हर माँ यह जानना चाहती हैं कि सेहतमंद रहने के लिए और स्वस्थ शिशु को जन्म देने के लिए क्या खाना चाहिए । गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला का पोषक आहार दोनों के जीवन के लिए जरूरी होता है।

माँ की आहार योजना इतनी संतुलित होनी चाहिए कि उसको सबकुछ मिल जाए-

  • विटामिन्स 
  • मिनरल्स
  • प्रोटीन
  • फाइबर और फ्लूइड्स
  • हेल्दी फैट
  • कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट्स आदि।

चलिए, अब विटामिन्स को लेकर बात करते हैं। आपके मन में चल रहा होगा कि इतने सारे विटामिनों में कौन-से विटामिन की आवश्यकता गर्भावस्था के दौरान सबसे ज्यादा होती है।

प्रेग्नेंसी के दौरान कौन-से विटामिनों की जरूरत सबसे ज्यादा होती है?

यदि आप प्रेग्नेंसी के दौरान विटामिन के सप्लीमेंट ले रहे हैं तो डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें। गर्भवती महिला के रोजाना के आहार में इसकी उपस्थिति लाजमी होती है। 

कोलीन (𝐂𝐇𝐎𝐋𝐈𝐍𝐄)

प्रेग्नेंसी के दौरान कोलीन की भूमिका अहम होती है। यह शिशु के मस्तिष्क के विकास और मस्तिष्क और रीढ़ की विकासात्मक असामान्यताओं (developmental abnormalities) को रोकने में मदद करती है। कुछ शोधों के अनुसार गर्भावस्था के दौरान रिकमेंडेड डायटरी अलाउंस (आरडीए) लगभग 930 मिलीग्राम के करीब होनी चाहिए। 

कोलीन से भरपूर फूड्स के नाम:

  • अंडा
  • मशरूम
  • सोयााबीन
  • राजमा 

फोलिक एसिड (𝐅𝐎𝐋𝐈𝐂 𝐀𝐂𝐈𝐃)

फोलिक एसिड सप्लीमेंट में पाए जाने वाले फोलेट का सिंथेटिक रूप है। यह लाल रक्त कोशिकाओं (red blood cell) को बनाने और नर्वस सिस्टम जो केमिकल सिग्नल्स देता है, उसमें मदद करता है। यह डीएनए (DNA) बनाने की प्रक्रिया में भी अहम भूमिका अदा करता है। यह शिशुओं में न्यूरल ट्यूब दोष (NEURAL TUBE DEFECT), जैसे कि स्पाइना बिफिडा (Spina Bifida) होने से रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण विटामिन के रूप में जाना जाता है।

एसीओजी (ACOG) रेकमंड करता है कि गर्भधारण करने से पहले आहार में प्रतिदिन 400 माइक्रोग्राम्स (एमसीजी) और गर्भधारण करने के बाद या दौरान कम से कम 600 एमसीजी स्रोतों के द्वारा आहार में जरूर शामिल होना चाहिए।

फोलिक एसिड से भरपूर फूड्स के नाम:

  • पत्तेदार हरी सब्जियाँ
  • एवोकाडो
  • खट्टे फल और जूस
  • एस्परैगस

विटामिन सी (एस्कॉर्बिक एसिड) (𝐕𝐢𝐭𝐚𝐦𝐢𝐧 𝐂)

शायद आपको पता नहीं है कि शरीर में विटामिन सी नहीं के बराबर होता है, इसलिए रोजाना इसकी दैनिक जरूरत को पूरा करने के लिए आहार के द्वारा कमी को पूरा जरूर करना चाहिए।  प्रेग्नेंसी में विटामिन सी की रिकमेंडेड डायटरी अलाउंस (RDA) 85 एमजी होनी चाहिए। इसकी जरूरत को आप रोजाना के खाद्य पदार्थ के स्रोतों द्वारा पूरा कर सकते हैं।

विटामिन-सी से भरपूर फूड्स के नाम:

  1. खट्टे फल (नींबू का शरबत)
  2. जामुन
  3. ब्रोकोली
  4. फल और सब्जियाँ

विटामिन डी (𝐕𝐢𝐭𝐚𝐦𝐢𝐧 𝐃)

मनुष्य को विटामिन डी, मूल रूप से धूप से ही मिलता है। अगर स्रोत की बात करें तो धूप के अलावा यह सिर्फ  प्राकृतिक रूप में फिश लिवर ऑयल में पाया जाता है। प्रेग्नेंसी मे विटामिन डी, गर्भस्थ शिशु और माँ दोनों के लिए बहुत जरूरी होता है। अगर जरूरत पड़े तो डॉक्टर के सलाहनुसार आप विटामिन डी का सप्लीमेंट ले सकती हैं।

विटामिन ए (𝐕𝐢𝐭𝐚𝐦𝐢𝐧 𝐀)

 प्रेग्नेंसी में विटामिन ए के महत्व को भी कम न समझें। शिशु के लिए इसकी जरूरत भी आँख, त्वचा और रक्त के कोशिका विकास (cell growth) के लिए जरूरी होती है। इसके साथ ही इम्यूनिटी और इंफेक्शन से प्रतिरोध के लिए भी विटामिन ए की जरूरत पड़ती है। 

विटामिन-ए से भरपूर फूड्स के नाम:

  • गाजर
  • मटर
  • टमाटर
  • शलजम
  • ब्रोकोली

विटामिन बी-𝟔 (𝐏𝐲𝐫𝐢𝐝𝐨𝐱𝐢𝐧𝐞)

विटामिन बी-6 शरीर के मेटाबॉलिज्म और भ्रूण के ब्रेन और नर्वस सिस्टेम के विकास के लिए जरूरी होता है। गर्भवती लोगों के लिए आरडीए (RDA) 1.9 मिलीग्राम (1mg) है।

विटामिन बी-𝟐 (𝐑𝐢𝐛𝐨𝐟𝐥𝐚𝐯𝐢𝐧)

विटामिन बी-2 शिशु के विकास के लिए बहुत जरूरी होता है। गर्भवती महिलाओं के लिए आरडीए 1.4 mg और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए 1.6 mg होनी चाहिए। यह मूल रूप से दूध और दूध से बने खाद्य पदार्थों में ज्यादा पाया जाता है।

विटामिन बी-𝟏𝟐 (𝐕𝐢𝐭𝐚𝐦𝐢𝐧 𝐁𝟏𝟐)

यह शरीर में डीएनए (DNA) और लाल रक्त कोशिकाएं (RBCs) बनाने में मदद करता है। यह मूल रूप से दूध और अंडा में ज्यादा पाया जाता है।अब तो आप समझ ही गए होंगे कि गर्भवती महिलाओं और शिशु के लिए विटामिन्स की भूमिका कितनी अहम होती है।

(अनुवादक: डॉ. मौसमी दत्ता)

 

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